हरियाणा में जल्द होंगे निकाय चुनाव, चल रही तैयारियां- गृह मंत्री अनिल विज

हरियाणा में जल्द होंगे निकाय चुनाव, चल रही तैयारियां- गृह मंत्री अनिल विज

हरियाणा में जल्द होंगे निकाय चुनाव

हरियाणा में जल्द होंगे निकाय चुनाव, चल रही तैयारियां- गृह मंत्री अनिल विज

विधानसभा के विशेष सत्र में पंजाब द्वारा की गई बात का हम जवाब देंगे-अनिल विज 


चंडीगढ़, 03 अप्रैल- हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में निकाय चुनाव बहुत जल्द होंगे और चुनावों को लेकर तैयारियां की जा रही है। हरियाणा सरकार द्वारा आगामी पांच अप्रैल को हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री श्री विज ने कहा कि सत्र में पंजाब द्वारा की गई बात का जवाब दिया जाएगा। 

गृह मंत्री अनिल विज आज अपने आवास पर जनसमस्याएं सुनने के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। 

उन्होंने कहा बहुत ही जल्द प्रदेश में निकाय चुनाव होंगे जिसके लिए तैयारियां की जा रही है। निकाय चुनाव भाजपा व जजपा मिलकर लड़ेंगी, के सवाल के जवाब में गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में भाजपा व जजपा का गठबंधन है। चुनावों को लेकर अभी औपचारिक बातचीत नहीं हुई है, मगर अभी जजपा के साथ सैंधानतिक तौर पर भाजपा का गठबंधन है। 

विशेष सत्र में पंजाब को जवाब देंगे - विज

श्री विज ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा चंडीगढ़ पर जो हक जताया गया है, उसका जवाब हरियाणा विधानसभा के आगामी दिनों में होने वाले विशेष सत्र में दिया जाएगा। गौरतलब है कि गत दिवस पंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ पर पंजाब का अधिकार जताते हुए उसे पंजाब में ट्रांसफर करने का प्रस्ताव पारित करवाया था।

गृह मंत्री ने कहा कि आप पार्टी बच्चा पार्टी है और इन्हें मुद्दों की जानकारी नहीं है। चंडीगढ़ हिंदी भाषी क्षेत्र और एसवाईएल के साथ जुड़ा हुआ है। जिस दिन भी इनका समाधान होगा, सभी का मिलान कर होगा। मगर, आम आदमी पार्टी बाकी मुद्दों पर तो बात ही नहीं करती। इसका मतलब है कि वह लोगों को गुमराह करना चाहते हैं। 

पंजाब में अलग थे हालात, लोगों की गलतफहमी, कि पंजाब में आप जीती - विज 

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि लोगों को बहुत बड़ी गलतफहमी है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी जीती है। अगर, आप पार्टी की नीतियों से ही जीत हुई होती तो उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा व मणिपुर में जीत क्यों नहीं हुई। पंजाब के हालात कुछ और थे।